चौक पुरावो मंगळ गावो.........ई तिरियाँ ई सरू होवै है आपणी मरुधरा माळै
तीज तेवार अर सुभ कारज। जणा ई अठे सगळा बरत-बड़ूल्यां अर तीज तेवारां कै
खातर न्यारा-न्यारा माँडणा माँड्या जाय है। आं माँडणा नै दीवाल कै माळै अर
आँगणां कै मायनैँ उकेरण रो रिवाज है। शादी-ब्याव सैँ लेर होळी दिवाळी तांणी
आपणै सगळा मोकां माळै सोवणा अर रंग-बिरंगा माँडणा बणाणैं को धारो है।
कस्या भी सुभ कारज री सरुआत मैं सैसूं पैली चौक पुरायो जाय है।